कभी-कभी गुस्सा भी खूबसूरती की निशानी होता है…
जब एक लड़की अपने गुस्से में भी स्टाइलिश और आत्मविश्वासी लगती है, तो वो सिर्फ एक फीलिंग नहीं बल्कि एक एटीट्यूड कहलाता है। आज हम लाए हैं gussa female attitude shayari का ऐसा कलेक्शन जो हर उस लड़की के दिल को छू लेगा जो अपनी बोल्डनेस को शब्दों में बयां करना चाहती है।
Gussa Female Attitude Shayari

मुझे गर्व है, तुमने मेरी इज्जत को ठेस पहुँचाई है,
क़सम है, तुम्हारी हस्ती अब पामाल होगी।
न समझो मुझे तुम कोई नरम-ओ-नाज़ुक कली,
मैं वो बिजली हूँ जो हर शै को जलाल देगी।
तुम्हारी जफ़ा का हिसाब अब चुकाया जाएगा,
हर ज़ुल्म का बदला ये क़िस्मत निकाल लेगी।

यह शमशीर-ए-नज़र है, जो खून मांगती है,
तुम्हारी आन की दीवार अब दहल देगी।
कहाँ थे वो वादे जो तुमने किए थे,
हर लफ्ज़ की बेवफाई अब मिसाल देगी।
तुम्हारी खुद-पसंदी का अंजाम देखो,
यह आग मेरे दिल की तुम्हें उबाल देगी।

जो सब्र था मुझ में, वो अब टूट चुका है,
मेरी ख़ामोशी तुम्हें अब सवाल देगी।
ना तौबा करो तुम, ना मिन्नत करो अब,
यह नफ़रत तुम्हें हर राहत से निकाल देगी।
तुम्हारी मग़रूरी का सर झुकेगा जरूर,
मेरी बद-दुआ तुम्हें हर हाल में धकल देगी।

मैं औरत हूँ, मगर ज़ुल्म से बे-ज़ार हूँ,
मेरी हिम्मत तुम्हारी हुकूमत को उछाल देगी।
यह हिज्र की शिद्दत मुझे फौलाद कर गई,
तुम्हारी फ़रेबकारी अब ज़वाल देगी।
हर आँसू मेरा अब शोला बन चुका है,
जो तुम्हारी दुनिया को भूचाल में डाल देगी।

तुम्हारी घमंड की गर्दिश अब रुकेगी,
मेरी बदला लेने की चाहत कमाल देगी।
जो जिल्लत तुमने दी है, वह याद रखना,
यह दर्द तुम्हें हर पल मलाल देगी।
तुम्हारी हंसी अब सिसकियों में बदल जाएगी,
मेरी आह तुम्हें हर खुशी से निकाल देगी।

ना रहम की तलब है, ना माफी की तलब,
यह दिल की शिकस्त तुम्हें बेहाल देगी।
तुम्हारी हस्ती अब मिटा दी जाएगी,
मेरी नफ़रत तुम्हें बेमिसाल देगी।
यह शर्मिंदगी का बोझ तुम उठाओगे,
मेरी बद-दुआ तुम्हें हर दम उबाल देगी।

तुम्हारी शोहरत अब रूसवाई बनेगी,
मेरी बदनामी तुम्हें पामाल देगी।
जो एहद तोड़ा है, उसका क़र्ज़ चुकाओ,
यह सज़ा तुम्हें हर दुनिया से निकाल देगी।
तुम्हारी फितरत में धोखा और फरेब था,
मेरी हक़ीकत तुम्हें बेज़वाल देगी।

यह इंतकाम की आग अब भड़क उठी है,
तुम्हारी राख को यह दरिया में डाल देगी।
ना चैन मिलेगा तुम्हें, ना सुकून होगा,
मेरी बेकरारी तुम्हें बेहाल देगी।
तुम्हारी मासूमियत अब नकाब उतारेगी,
मेरी अदलत तुम्हें सजा-ए-जमाल देगी।

जो वफ़ा की क़द्र ना की, उसका ग़म उठाओ,
यह तन्हाई तुम्हें हर पल मलाल देगी।
तुम्हारी तकब्बुर की गर्दिश अब देखो,
मेरी गैरत तुम्हें बेमिसाल देगी।
यह ज़ख्म जो तुमने दिए हैं, वो गहरे हैं,
मेरी बदला लेने की ख़्वाहिश कमाल देगी।

तुम्हारी क़िस्मत में अब वीरानी लिखी है,
मेरी नफ़रत तुम्हें हर दम धकल देगी।
ना रास्ता मिलेगा तुम्हें, ना मंज़िल होगी,
मेरी बद-दुआ तुम्हें हर हाल में निकाल देगी।
यह शिकवा नहीं, यह आख़री फैसला है,
तुम्हारी हस्ती अब पामाल होगी, पामाल होगी।
तो दोस्तों, उम्मीद है कि आज की ये gussa female attitude shayari आपको उतनी ही पसंद आई होगी जितना हमें उसे लिखते वक्त महसूस हुआ।
हर शायरी में छुपा है एक जज़्बा, एक एटीट्यूड – और वही तो आपको सबसे अलग बनाता है।
कभी गुस्सा, कभी प्यार, तो कभी ख़ामोशी भी… यही तो असली खूबसूरती है एक लड़की के अंदाज़ की।
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